सुख की खोज

  मित्रों वर्ष 2015 बीत गया है ओर 2016 का आगमन हो चूका है।बीते वर्ष में हमारी जिंदगी में हमें काफी कुछ खट्टे मीठे अनुभव हुए हैं कभी ख़ुशी के पल तो कभी गम के।जहाँ ख़ुशी के पलों में समय रुक नहीं पाया वहीँ गम के पलों में लगा मानों समय ठहर ही गया हो।इस नए वर्ष में भी कमोबेश सब कुछ ऐसे ही चलता रहेगा कभी ख़ुशी के पल होंगे तो कभी समस्याओ का अम्बार लगा होगा ।हमें इन समस्याओं के बीच से ही आनंद को खोजना होगा ।इनमे कुछ समस्याएं तो ऐसी होगी जिनके लिए हमें प्रयास करना होगा और हमारे प्रयास से इनका निराकरण होगा।कुछ समस्याएं थोडा समय लेकर स्वतः ही समाप्त हो जायेगी कुछ में थोडा ज्यादा समय लगेगा और कुछ ऐसी भी होगी जिनका निराकरण हमारे हाथ में नहीं होगा। तो ऐसे में हमें उन समस्याओं के लिए तो पुरजोर प्रयास करना है जिन्हें हम सुलझा सकते है ।परंतु जिनका समाधान हमारे वश में नहीं है उनके पीछे भाग दौड़ करके अपने जीवन के आनंद को नहीं छोड़ना है।ऐसी समस्याओं को कुदरत के भरोसे छोड़कर मस्त रहना है।तो आइये हम सब इस नए वर्ष में संकल्प लें की चाहे जैसी भी परिस्थिति सामने हो हम उसका डटकर मुकाबला करेंगे और इस 2016 को एक यादगार वर्ष बनाएँगे ।इसी सन्देश के साथ आप सभी पाठकों को नए वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये।

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